प्रेतात्मा के डर से लोगों ने की बस्ती खाली!
राजमहल/टोंक। राजस्थान में टोंक जिले का एक गाँव राजमहल जो पहाड़ी क्षेत्र की तलहटी में बसा है, इन दिनों चर्चाओं में है। दरअसल, राजमहल गाँव की कंजर बस्ती में पिछले एक सप्ताह से आए दिन लोगों के बीमार होने का सिलसिला बदस्तूर जारी है, आए दिन हो रही मौतों और लोगों के बीमार पड़ने की वजह से बस्ती के लोग दहशत में है और लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है।
बस्ती में अफवाह है कि यहाँ किसी प्रेतात्मा का साया है जिससे आए दिन मौतें और बीमारियों का सिलसिला चल रहा है। बस्ती में रहने वाले लोगों में ऐसी धारणा हो गई है कि ये प्रेतात्मा बस्ती खाली करवाना चाहते है, इसी धारणा के चलते लोगों ने अपने बीता-बिस्तर समेटकर बस्ती खाली करना शुरू कर दिया है। अब लगभग आधी बस्ती खाली और वीरान हो चुकी है।
दूसरी और प्रशाशन का मानना है कि आए दिन होने वाले मौतों और बीमारियों कि वजह वजह हथकढ़ शराब का सेवन व शराब तैयार करने के दौरान निकलने वाली जहरीली गैस हो सकती है। उपखण्ड अधिकारी मुकेश मीणा ने इसी सिलसिले में बस्ती मे पहुंचकर सारे मामले में जानकारी प्राप्त कि तो वहां हथकढ़ शराब बनाए जाने के सबूत पाए गए और हथकढ़ शराब का एक केन भी बरामद किया गया।
मीणा ने बताया कि बस्ती में अधिकतर लोग हथकढ़ शराब बनाते और सेवन करते हैं, शराब बनाने के दौरान निकलने वाली गैस से आए दिन लोगों कि मौतें हो रही है और यही बीमारियों का कारण हो सकती है। प्रेतात्मा के बारे में कोई सच्चाई नहीं है, ये सिर्फ अफवाह है।
मीणा ने बस्ती में चिकित्सा दल भेजकर बीमार लोगों का उपचार कराने के साथ-साथ रात्रि गश्त बढ़ाने का भी बात कही है। पुलिस उपाधीक्षक रामस्वरूप मीणा ने भी लोगों को समझाया और कहा कि प्रेतात्मा के बारे में बातें करना कोरी अफवाह है और लोग डरे नहीं।
उल्लेखनीय है कि छह माह पूर्व एक माह में आधा दर्जन लोगों की मौत होने तथा एक सप्ताह से युवकों के मानसिक तौर बीमार होने के चलते भूत-प्रेत के साये के डर से दर्जनों लोगों ने बस्ती छोड़ दी है, जिससे बस्ती करीब 40 प्रतिशत खाली हो चुकी है।
दूसरी और बस्ती में हथकढ़ शराब बनाए जाने के प्रमाण मिलने के बारे में क्षेत्र के उपखंड अधिकारी मुकेश मीणा ने बताया कि इस बारे में आबकारी विभाग को जानकारी दे दी गई है और हथकढ़ शराब बनाने वालों के खिलाफ आबकारी विभाग द्वारा उचित कार्रवाई कि जाएगी।
बस्ती में अफवाह है कि यहाँ किसी प्रेतात्मा का साया है जिससे आए दिन मौतें और बीमारियों का सिलसिला चल रहा है। बस्ती में रहने वाले लोगों में ऐसी धारणा हो गई है कि ये प्रेतात्मा बस्ती खाली करवाना चाहते है, इसी धारणा के चलते लोगों ने अपने बीता-बिस्तर समेटकर बस्ती खाली करना शुरू कर दिया है। अब लगभग आधी बस्ती खाली और वीरान हो चुकी है।
दूसरी और प्रशाशन का मानना है कि आए दिन होने वाले मौतों और बीमारियों कि वजह वजह हथकढ़ शराब का सेवन व शराब तैयार करने के दौरान निकलने वाली जहरीली गैस हो सकती है। उपखण्ड अधिकारी मुकेश मीणा ने इसी सिलसिले में बस्ती मे पहुंचकर सारे मामले में जानकारी प्राप्त कि तो वहां हथकढ़ शराब बनाए जाने के सबूत पाए गए और हथकढ़ शराब का एक केन भी बरामद किया गया।
मीणा ने बताया कि बस्ती में अधिकतर लोग हथकढ़ शराब बनाते और सेवन करते हैं, शराब बनाने के दौरान निकलने वाली गैस से आए दिन लोगों कि मौतें हो रही है और यही बीमारियों का कारण हो सकती है। प्रेतात्मा के बारे में कोई सच्चाई नहीं है, ये सिर्फ अफवाह है।
मीणा ने बस्ती में चिकित्सा दल भेजकर बीमार लोगों का उपचार कराने के साथ-साथ रात्रि गश्त बढ़ाने का भी बात कही है। पुलिस उपाधीक्षक रामस्वरूप मीणा ने भी लोगों को समझाया और कहा कि प्रेतात्मा के बारे में बातें करना कोरी अफवाह है और लोग डरे नहीं।
उल्लेखनीय है कि छह माह पूर्व एक माह में आधा दर्जन लोगों की मौत होने तथा एक सप्ताह से युवकों के मानसिक तौर बीमार होने के चलते भूत-प्रेत के साये के डर से दर्जनों लोगों ने बस्ती छोड़ दी है, जिससे बस्ती करीब 40 प्रतिशत खाली हो चुकी है।
दूसरी और बस्ती में हथकढ़ शराब बनाए जाने के प्रमाण मिलने के बारे में क्षेत्र के उपखंड अधिकारी मुकेश मीणा ने बताया कि इस बारे में आबकारी विभाग को जानकारी दे दी गई है और हथकढ़ शराब बनाने वालों के खिलाफ आबकारी विभाग द्वारा उचित कार्रवाई कि जाएगी।